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Showing posts from November, 2008

नहीं बन सके एक-दूजे के लिए

कहते हैं कि शादी के लिए जोडी भगवान ही बनाकर इस धरती पर भेजता है, सभी इसे सच भी मानते हैं और कहते भी है कि अगर किसी की शादी किसी से न हो पाई और अगर किसी से हो गई तो भाई हम क्‍या कर सकते हैं यह सब तो उस भगवान का किया खेल है. परंतु ईश्‍वर ने रांची के रहने वाले मलयेश के लिए कुछ अजब ही खेल खेला. मलयेश जो रांची का रहनेवाला था और फिलहाल मुंबई में रिलांयस कंपनी में साफटवेयर इंजीनियर के पोस्‍ट पर कार्यरत था. उसकी शादी 6 दिसंबर को होने वाली थी. वह भी उससे नहीं जिसे ईश्‍वर ने उसके लिए बनाया था बल्कि उससे जिससे उसने प्‍यार किया था और प्‍यार भी कोई ऐसा वैसा नहीं उसकी दिवानगी ऐसी थी कि उसने अपनी शादी के लिए अपनी एक वेबसाइट भी बना रखी थी जिसपर उसे जानने वाले या उसे चाहने वाले उसे शुभकामनाएं दे सके और उन दोनों के जिंदगी की हर बात जान सके मसलन कैसे उनकी मुलाकात हुई कैसे वह एक दूसरे के करीब आये और कैसे प्‍यार हुआ. यहां यह बता दूं कि मलयेश खडगपुर से आईआईटी करने के बाद जैन इंस्‍टीटच्‍यूट से एमबीए किया. आईआईटी करने के दौरान ही उसकी नजर खुशबू नाम की एक लडकी पर पडी और उनदोनों के बीच पहले तो दोस्‍ती हुई और फि...

हमले हो गये यार सोने दो

बुधवार की शाम मैच देख रहा था, मैच खत्‍म हो गया था मैन ऑफ द मैच का पुरस्‍कार भी वीरू को मिल चुका था तभी स्‍पेशल रिपोर्ट के लिए समाचार चैनल लगाया वहां कपिल देव अपनी बात कह ही रहे थे कि अचानक मुंबई से एक बडी खबर आई कि मुंबई में फायरिंग हो रही है. 10 लोग घायल हुए हैं. मैंने भी उसे हल्‍के से लिया, डाक एडिशन छोड चुका था अब सिटी एडिशन की तैयारी थी, सोचा देख लेते है कुछ लोग मरेंगे तो पहले पेज पर लगाने की सोचूंगा नहीं तो देश-विदेश पेज है न जिंदाबाद. यही सोचते सोचते खाना खाने चला गया. जब खाना खा कर आया तो पता चला कि 25 लोग मारे जा चुके हैं. अब क्‍या करू यह सोचने लगा क्‍योंकि आज ऑफिस में मैं ही एकलौता सीनियर आदमी था बाकी सभी छुट्रटी पर चले गये थे और कुछ एक पार्टी में चले गये थे अब कल ही वे आते. और तो और हमारे संपादक जी भी बाहर थे, जिनसे बात नहीं हो पाई. तभी दिमाग में आया कि अपने प्रबंधक को फोन लगाया जाये मैंने उन्‍हें फोन किया तो उन्‍होंने कहा कि हां पता है लोग मर रहे हैं. अब तुम जैसा चाहो कर लो देख लेना ठीक-ठाक कवरेज हो जाये. और फोन रख दिया. मैंने फिर उन्‍हें फोन किया कि सर कोई स्‍पेशल पेज दिया ...

लोकतंत्र का चौथा स्‍तंभ विज्ञापन

यह पढकर आपको लग रहा है कि इसे लिखने वाला शायद पागल हो गया है पंरतु झारखंड में बीते दिनों जिस तरह से एक घटना हुई उससे तो आपको यह पूरा विश्‍वास हो जायेगा कि लोकतंत्र का चौथा स्‍तंभ मीडिया नहीं विज्ञापन है. झारखंड की आठवीं वर्षगांठ पर राज्‍य सरकार की ओर से 15 नवंबर से 25 नवंबर तक मोरहाबादी मैदान में उधोग मेला लगाया गया था. इसके लिए पूरी तैयारियां भी की कई गई थी. कई बडी कंपनियों के स्‍टाल भी लगे लोगों की भीड भी काफी उमडी कुल मिलाकर यह मेला पूर्णत सफल रहा. परंतु इस मेले के खत्‍म होने के बाद भी एक टीस दिल में लगी रही. जब इस मेले की घोषणा के लिए राज्‍य के उपमुख्‍यमंत्री सुधीर महतो ने प्रेस कांफ्रेस की थी, जिसमें उन्‍होंने मेले के बारे मीडिया के माध्‍यम से जानकारियां दी थी. इसी क्रम में उन्‍होंने एक सवाल के जवाब में कहा था कि जो इस मेले का बेहतरीन कवरेज करेगा उसे ईनाम दिया जायेगा, वहीं जो खराब या यूं कह लें निगेटिव कवरेज करेगा उसे लाठियां मिलेगी. उन्‍होंने जब यह बातें कहीं उस समय राज्‍य के लगभग सभी प्रमुख समाचारपत्र व इलेक्‍ट्रानिक मीडिया के संवाददाता मौजूद थे. जिसपर सब लोगों ने थोडा ऐतराज जता...

एक ऐसा देश जहां हर 26 सेकेंड में होता है बलात्‍कार

दक्षिण अफ्रीकी ऐक्ट्रिस और सामाजिक कार्यकर्ता शार्लीज़ थेरन का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका में हर 26 सेकंड में एक महिला बलात्कार की शिकार होती है। अकैडमी अवॉर्ड विजेता थेरन का कहना है कि इस देश की स्थिति भयावह है। थेरन को संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने संयुक्त राष्ट्र का शांति दूत नियुक्त किया है। वह महिलाओं के खिलाफ हिंसा के खात्मे के लिए अभियान चलाएंगी। न्यू यॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में थेरन ने कहा कि साउथ अफ्रीका में महिलाओं की स्थिति भयावह है। हालात इतने खराब हैं कि वहां हर तीन में से एक महिला बलात्कार का शिकार बनती है। थेरन ने केपटाउन में महिलाओं के लिए एक विशेष संस्था की स्थापना की है। यह संस्था महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और उनके जीवन में सुधार लाने के लिए काम करती है।