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बिहार में बहार नहीं, फिलहाल भीषण बाढ़ है

कुमार विवेक  बिहार में बाढ़ के स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है. सीमांचल के जिलों किशनगंज, कटिहार, पूर्णिआ, अररिया, सहरसा, सुपौल, पूर्वी चम्पारण जिलों में लगातार बढ़ते पानी के कारण खाली करने के आदेश दे दिए गए हैं.  वहीँ दरभंगा के रसियारी के समीप सोमवार के सुबह तीन बजे कमला बलान नदी के पश्चिमी तटबंध टूटने के कारण दो लाख की आबादी भीषण बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. कमला बलान के पश्चिमी तटबंध टूटने से गौड़बोड़ाम और अलीनगर विधानसभा के ३३ पंचायतों के लोग बाढ़ की जद में हैं. लोगों के रहत पहुंचाने के लिए सेना और NDRF ने कमान सभाल रखी है. पर, लगातार हो रही बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण इनके प्रयास नाकाफी साबित हो रहे है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर सकते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र से राहत और बचाव के लिए सेना के साथ-साथ वायुसेना की मदद मांगी मांगी है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बिहार को हर मदद का आश्वाशन दिया है. बिहार के सुपौल, सहरसा, बाघा, गोपालगंज, मधुबनी, सीतामढ़ी, खगड़िया, दरभंगा और मधेपुरा जिलों में ग...

लालू ने अपने साथ-साथ पूरे परिवार की लुटिया डुबोई : रामविलास पासवान

केंद्रीय मंत्री ने बिहार में नए युग की शरुआत के लिए नीतीश कुमार को दी बधाई                                                                                                              कुमार विवेक  Ramvilas Paswan & Chirag with CM Nitish Kumar. पटना : केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के  मंत्री रामविलास पासवान ने लालू  प्रसाद पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि  लालू प्रसाद ने अपने साथ - साथ अपने परिवार वालों की भी लुटिया डुबो दी है. बिहार में उनका पतन 2005  में ही शुरू हो गया था, और अब उनकी जगह कहाँ है ये सब जानते हैं. बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार श्री पासवान अपने पुत्र चिराग पासवान के साथ पटना  पहुंचे थे.  उन्होंने बिहार के ताज़ा राजनैतिक घटनाक्रम पर बो...

नीतीश ने विश्वासमत जीता, पक्ष में पड़े 131 वोट, विपक्ष को 108 वोट

राजद विधायकों ने विधानसभा के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन किया पटना : बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार सरकार पर बहस चल रही है. पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पहली वार विपक्ष के नेता के तौर पर बोल रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है. आइये जानते हैं नीतीश कुमार के विश्वाशमत से जुडी दस खास बातें - 1 . 243 सदस्यों की विधानसभा में नीतीश कुमार को विश्वाशमात जीतने केलिए 122 सदस्यों के वोट की ज़रुरत है. सरकार 132 विधायकों के समर्थन का दावा कर रही है. जिसमे JDU, बीजेपी, लोजपा, हम और रालोसपा विधायकों के साथ तीन निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं. 2. विश्वासमत पर पक्ष और विपक्ष में विधयक अपनी राय रखेंगे. 3.  उसके बाद विधान सभा अध्यक्ष सदस्यों के वोटिंग कराएँगे। 4.  विपक्ष के नेता गुप्त मतदान करवाने की मांग कर रहे हैं. 6.  विपक्ष का आरोप है कि सरकार का गठन असंवैधानिक तरीके से हुआ है. 7. सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राजद को सरकार बनाने का मौका पहले मिलना चाहिए। 8.  विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने विश्वासमत के विरोध में बोलते हुए विधान सभा में कहा कि ...

एनडीए के साथ जाना नीतीश का सकारात्मक फैसला : श्वेता सिंह (एंकर, आजतक )

Shweta during coverage बिहार की वर्तमान राजनिति पर नयी नज़र के साथ जानी-मानी आजतक पत्रकार बिहारी श्वेता सिंह से   खास बातचीत  पटना : बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा देने के बाद गुरुवार को सुबह दोबारा एनडीए के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कर लिया. इस बीच राजधानी पटना में राजनैतिक चर्चाओं का बाजार उफान पर रहा. गुरुवार को अहले सुबह से ही तमाम मीडियाकर्मी राजभवन के बाहर शपथ ग्रहण को कवरेज करने के लिए मौजूद थे. इस इवेंट को कवरेज करने के लिए आजतक टीवी की जानी-मानी पत्रकार श्वेता सिंह भी विशेष रूप से पटना पहुंची थीं. श्वेता स्वयं एक  बिहारी हैं और बिहार के वैशाली जिले के महुआ से आतीं हैं. श्वेता लोगों से इस राजनैतिक घमासा न पर जमकर सवाल पूछतीं नज़र आईं. इस दौरान नयी नज़र के ब्लॉगर कुमार विवेक ने बिहार के बदलते घटनाक्रम पर श्वेता सिंह से बातचीत की, इसके मुख्य अंश हम आपसे साझा कर रहे है. ___ सवाल : श्वेता, देश की जानी-मानी पत्रकार होने के नाते बिहार के इस वर्त्तमान राजनैतिक घटनाक्रम को किस रूप में देखती हैं? जवाब : देखिये, एक पत्रका...

फ्री जिओ फ़ोन और रिलायंस का 10 हज़ार फीसद प्रॉफिट

कुमार विवेक  रिलायंस के 40 वें एज़ीएम में मुकेश अम्बानी ने जिओ के इंटेलीजेंट फ्री फ़ोन की घोषणा कर एक बार फिर धमाका कर दिया है. अम्बानी के इस इंटेलीजेंट फ़ोन की खासियत होगी कि इस पर बोलकर भी एसएमस भेजा जा सकेगा . इस 4 जी फ़ोन में जिओ की सारी केवल सुविधायें 153 रूपए के खर्च पर उपभोक्ताओं को मिलेंगी. मतलब हमको-आपको फ़ायदा ही फायदा. जिओ धन धना धन से 2017 की गर्मिओं को कूल बनाने वाले रिलायंस ने इंटेलीजेंट फ़ोन की घोषणा कर अब  इस सावन को भी यादगार बनाने की नींव  डाल दी है. खैर यूज़र्स  को जो मिलेगा वो तो साल की आखरी तिमाही तक और साफ हो जाएगा. कंपनी ने हर हफ्ते 50 हज़ार जिओ फ़ोन देने का टारगेट रखा है. फ़िलहाल 15  अगस्त से 1500 रुपये के खर्चे पर फ़ोन की बुकिंग उपलब्ध होगी. जो तीन साल बाद  रिफंडेबल होगा. यानी फ़ोन बिल्कुल फ्री में.  अम्बानी के इस एजीएम में इस फ़ोन की लॉन्चिंग से भी अधिक कुछ और भी खास रहा. महीनों फ्री में जिओ 4जी का मजा देने वाली कंपनी का मुनाफा पिछले 40 साल में 3 करोड़ से बढ़कर 30  हज़ार करोड़ हो गया है. यानी फ्री में फ़ोन और नेट का मज़ा देने ...

आपके हिल स्टेशन दार्जीलिंग में क्या हो रहा है?

दार्जीलिंग : दार्जीलिंग की ठंडी हवाओं में फिलहाल काफी गर्मी है। यह हर दिन बढ़ती जा रही है। अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) की अनिश्चितकालीन बंदी का आज सातवां दिन है। जीजेएम प्रमुख बिमल गुरुंग अपने आंदोलन को एक अलग लेवल पर ले जाना चाहते है। बंगाल की मुख्यमंत्री से उनकी जुबानी जंग जारी है। वे किसी भी सूरत में cm से बात के मूड में नहीं दिख रहे हैं। गुरुंग ने अपने समर्थकों से रविवार को कर्फ्यू तोड़ कर आज़ाद चौक पर एकजुट होने को कहा है। इससे पहले शनिवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में तीन जीजेएम कार्यकर्ता मारे गए हैं। दर्जनों गंभीर रूप से घायल हैं। हालांकि ममता सरकार इसका खंडन कर रही है। एक वरीय पुलिस अधिकारी भी घायल है, जिनकी हालत नाज़ुक है। क्षेत्र में सेना तैनात की जा चुकी है। देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी हालात पर नज़र बनाये हुए हैं। दार्जीलिंग में ये तनाव सरकार के उस फैसले के बाद शुरू हुए हैं जिसमे क्षेत्र के स्कूलों में बंगाली भाषा को अनिवार्य घोषित कर दिया गया है।

गरीबों की सरकार फिर भी बिहार के गरीब इतने बेहाल क्यों ?

कुमार विवेक   बिहार की राजधानी पटना से महज १०० किमी की दुरी पर अवस्थित मुजफ्फरपुर का जिला अस्पताल डॉक्टरों की भीषण कमी से जूझ रहा है.  १६० बेड के इस अस्पताल में रोज़ाना ५०० से ६०० नए मरीज़ आते हैं, अस्पताल के एक अधिकारी के अनुसार यहाँ ४८ फुल टाइम डॉक्टर ५२ नर्सों की सेवा उपलब्ध होनी चाहिए, जबकि उनकी जगह पर अस्पताल में उपलब्ध हैं केवल १२ फुल टाइम डॉक्टर्स, २४ पार्ट टाइम डॉक्टर्स, २८ नर्स. ICU में जहाँ हर वक़्त ४ डॉक्टर होने चाहिए वह केवल एक डॉक्टर के भरोसे चल रहा है. नवजात बच्चों के वार्ड में भी चार डॉक्टरों की जरूरत है, वहां भी एक ही डॉक्टर से काम चलाया जा रहा है.  डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ यह अनुपलब्धता के कारन यह अस्पताल जिले की स्वस्थ अवस्यक्ताओं को पूरा करने में असमर्थ है.