नयी नज़र टीम
नयी नज़र पर विगत ३ जनवरी को प्रकाशित अब तो जागिए मुख्यमंत्री जी शीर्षक पर मुख्यमंत्री जी की नज़र आखिरकार किसी न किसी तरह से पड़ ही गयी और वे अपनी कुम्भ्करनी नीद को विराम देकर सूबे का हालचाल जानने निकल पड़े। उन्होने लगातार २ राते जागकर राजधानी के बिभिन्न हिस्सों का मुआइना किया व सुस्त पड़े कर्मचारियो पर अपना कोडा बरसाया। जिससे न केवल सभी विभागों की नीद उड़ गयी बल्कि वे अपने काम में मुस्तैदी से डट गए। इससे कुछ हो न हो आने वाले दिनों में दुसरे नेताओ व निकम्मे अधिकारियो को सकारात्मक संदेश जरुर जाएगा वही इसी बहाने जनता का कुछ भला हो जाएगा।
नयी नज़र पर विगत ३ जनवरी को प्रकाशित अब तो जागिए मुख्यमंत्री जी शीर्षक पर मुख्यमंत्री जी की नज़र आखिरकार किसी न किसी तरह से पड़ ही गयी और वे अपनी कुम्भ्करनी नीद को विराम देकर सूबे का हालचाल जानने निकल पड़े। उन्होने लगातार २ राते जागकर राजधानी के बिभिन्न हिस्सों का मुआइना किया व सुस्त पड़े कर्मचारियो पर अपना कोडा बरसाया। जिससे न केवल सभी विभागों की नीद उड़ गयी बल्कि वे अपने काम में मुस्तैदी से डट गए। इससे कुछ हो न हो आने वाले दिनों में दुसरे नेताओ व निकम्मे अधिकारियो को सकारात्मक संदेश जरुर जाएगा वही इसी बहाने जनता का कुछ भला हो जाएगा।
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